Rajasthan: टोल टैक्स में 30 प्रतिशत कटौती की मांग, लागत वसूल चुके टोल प्लाजाओं की हो जांच
Delhi-NCR: टोल टैक्स में 30 प्रतिशत कटौती की मांग, लागत वसूल चुके टोल प्लाजाओं की हो जांच
दिल्ली एनसीआर ट्रांसपोर्ट एकता मंच ने छोटे ट्रांसपोर्टर्स के लिए टोल टैक्स में 30 प्रतिशत तक की कटौती की मांग की है। साथ ही उन्होंने ऑनलाइन चालान प्रक्रिया में सुधार और देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को समान करने की भी मांग की है। छोटे ट्रांसपोर्टर्स की प्रमुख समस्याओं
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Delhi-NCR: टोल टैक्स में 30 प्रतिशत कटौती की मांग, लागत वसूल चुके टोल प्लाजाओं की हो जांच
दिल्ली एनसीआर ट्रांसपोर्ट एकता मंच ने छोटे ट्रांसपोर्टर्स के लिए टोल टैक्स में 30 प्रतिशत तक की कटौती की मांग की है। साथ ही उन्होंने ऑनलाइन चालान प्रक्रिया में सुधार और देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को समान करने की भी मांग की है। छोटे ट्रांसपोर्टर्स की प्रमुख समस्याओं में टोल टैक्स एक बड़ी चुनौती बन गया है।
By sanjeev dhiraj
Edited By: dhiraj
Updated: Sun, 27 Oct 2024 11:19 PM (IST)
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दिल्ली एनसीआर ट्रांसपोर्ट एकता मंच ने टोल टैक्स में 30 प्रतिशत कटौती की मांग की।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर ट्रांसपोर्ट एकता मंच ने छोटे ट्रांसपोर्टर्स के लिए टोल टैक्स में कटौती की मांग की है। मंच के महासचिव श्याम सुंदर ने प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्य रूप से हम तीन प्रमुख मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।
पहला, छोटे ट्रांसपोर्टर्स की प्रमुख समस्याओं में टोल टैक्स एक बड़ी चुनौती बन गया है। देशभर में टोल टैक्स की दरों को कम से कम 30 प्रतिशत तक घटाया जाए। साथ ही उन टोल प्लाजा की भी जांच की जाए, जिन्होंने अपनी लागत वसूल कर ली है। ऐसे टोल प्लाजा तुरंत ही बंद किए जाने चाहिए।
दूसरा बड़ा मुद्दा देशभर में ऑनलाइन चालान की प्रक्रिया से जुड़ा है। संगठन का मानना है कि ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ द्वारा चलती गाड़ियों की फोटो खींचकर व टोल प्लाजा से जानकारी लेकर जो चालान किया जाता है, वह छोटे ट्रांसपोर्टर्स के लिए बोझ साबित हो रहा है। उनका कहना है कि चालान प्रक्रिया में सुधार किया जाए, चालान केवल तब हो जब मौके पर ड्राइवर मौजूद हो।तीसरी प्रमुख मांग यह है कि देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें समान होनी चाहिए, ताकि ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों पर अलग-अलग राज्यों में भिन्न दरों का अतिरिक्त भार न पड़े। प्रेस वार्ता में मंच के अध्यक्ष हरीश ग्रोवर, सचिव दिनकर सिंह, कोषाध्यक्ष वेदप्रकाश एवं एडवोकेट डॉ चंद्रा राजन, एडवोकेट चरणजीत सिंह, डीसी कपिल भी मौजूद रहे।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष विनय मिश्रा ने रविवार को सोनिया विहार जल शोधन संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश इरीगेशन कैनाल को रखरखाव के लिए 31 अक्टूबर तक बंद किया हुआ है। रख-रखाव के कारण यूपी के गंग नहर से पानी मिलना बंद हो गया है।
सोनिया विहार जल शोधन संयंत्र की क्षमता 140 एमजीडी व भागीरथी जल शोधन संयंत्र की क्षमता 110 एमजीडी है। इस तरह इन दोनों संयंत्रों से 250 एमजीडी पानी आपूर्ति होती है। अपर गंगा कैनाल बंद होने से ये दोनों संयंत्र अभी यमुना के पानी पर निर्भर हैं। लेकिन यमुना में अमोनिया का स्तर बढ़ने की वजह से पिछले कुछ दिनों से दोनों डब्ल्यूटीपी से 30 फीसदी पानी की कम आपूर्ति हो रही है। इससे दिल्ली के कई इलाकों में पानी की समस्या आ रही है।
हरियाणा औद्योगिक कचरा सीधे यमुना में छोड़ रहा
उन्होंने आरोप लगाया है कि हरियाणा अपना औद्योगिक कचरा सीधे यमुना में छोड़ रहा है। जिसके कारण दिल्ली में यमुना प्रदूषित हो रही है। हरियाणा सरकार से निवेदन है कि यमुना में अमोनिया का स्तर कम करें, जिससे डब्ल्यूटीपी अपनी पूरी क्षमता से काम कर सकें और दिल्ली को भरपूर पानी की आपूर्ति मिल सके।
सोमवार को सीएम आतिशी के साथ होगी चर्चाlरविवार को प्लांट के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि यमुना में अमोनिया का स्तर 0.9 पीपीएम (पार्ट पर मिलियन) है। जबकि जल बोर्ड के संयंत्र पानी में 0.5 पीपीएम तक अमोनिया होने पर उसका शोधन कर पाने में सक्षम हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि वह सोमवार को मुख्यमंत्री आतिशी से मिलेंगे और इस संबंध में चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में तीन-चार दिन के अंदर प्लांट सौ फीसद की क्षमता से चलेंगे और लोगों को स्वच्छ पानी मिलने लगेगा।
इन इलाकों में पानी की आपूर्ति रहेगी बाधित
पूर्वी दिल्ली, उत्तर-पूर्वी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली व एनडीएमसी के कुछ इलाके, गोकलपुरी, सोनिया विहार, करावल नगर, बाबरपुर, ताहिरपुर, यमुना विहार, विवेक विहार, कृष्णा नगर, लक्ष्मी नगर, कड़कड़डूमा, जगतपुरी, सराय काले खां, लाजपत नगर, मूलचंद अस्पताल, ग्रेटर कैलाश, वसंत कुंज, सरिता विहार, सिद्धार्थ नगर, छत्तरपुर, सरिता विहार, देवली, ओखला सब्जी मंडी, पटपड़गंज, गोविंदपुरी, कालकाजी, शाहपुर जट व अन्य।
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